लौह पुरुष की जयंती के उपलक्ष्य में प्रतियोगिता आयोजित
लौह पुरुष की जयंती के उपलक्ष्य में प्रतियोगिता आयोजित

अहरौला। गुरुवार को राजकीय महिला महाविद्यालय, समदी में भारत रत्न लौह पुरुष सरदार बल्लभ पटेल के 150वीं जयंती के अवसर पर उनके जीवन व कर्तव्यों पर आधारित प्रश्नोत्तरी, वाद-विवाद, निबंध और राष्ट्रीय एकता थीम पर चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम स्थान बीएससी तृतीय वर्ष की रेनू अग्रहरि को प्राप्त हुआ। द्वितीय स्थान करिश्मा निषाद तृतीय वर्ष की छात्रा ने प्राप्त किया तथा तृतीय स्थान संयुक्त रूप से ज्योति यादव और सोनम कुमारी को प्राप्त हुआ। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर महेंद्र प्रकाश ने सभी छात्राओं को सरदार पटेल के व्यक्तित्व से परिचित कराया। सरदार पटेल दृढ़ इच्छा शक्ति वाले महापुरुष थे और स्वतंत्र भारत के सबसे योग्य गृह मंत्री रहे। इसी अर्थ में उन्हें राष्ट्रीय एकता के प्रतीक के रूप में जाना जाता है। डॉ. अनिल कुमार तिवारी ने सरदार पटेल के बारदोली सत्याग्रह के योगदान के बारे में प्रकाश डालते हुए बताया कि गुजरात के किसानों पर जब अंग्रेज हुकूमत द्वारा अत्याचार हो रहे थे तब उस समय बारदोली के किसानों का नेतृत्व सरदार पटेल ने किया और उनका यह आंदोलन सफल रहा। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. राकेश कुमार यादव ने कहा कि आजादी प्राप्त होने के बाद भारत के एकीकरण की प्रमुख समस्या थी। क्योंकि भारत में बहुत सी ऐसी रियासतें थी जो भारतीय गणराज्य में सम्मिलित नहीं होना चाहती थीं। लेकिन सरदार पटेल की सूझबूझ ने उन्हें भारतीय गणराज्य में सम्मिलित होने के लिए तैयार किया। इस अवसर पर असिस्टेंट प्रोफेसर श्रीमती कंचन यादव, डॉ. जमालुद्दीन अहमद, डॉ.प्राणनाथ सिंह यादव, डॉ. प्रज्ञानंद प्रजापति एवं राष्ट्रीय सेवा योजना की छात्राएं उपस्थित रहीं।