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भगवान सच्ची भक्ति और प्रेम से भक्तों को प्राप्त होते हैं

अहरौला। क्षेत्र के सुल्तानीपुर गांव में चल रही सात दिवसीय भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के अंतिम दिन शुक्रवार को कृष्ण और राधा के साथ गोपियों की सुंदर झांकी निकाली गई जिसका दर्शन कर पूरा वातावरण राधे कृष्णा राधे कृष्ण से गूंज उठा अंतिम दिन श्रद्धालुओं के द्वारा मंडप परिक्रमा कर मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद मांगा गया वही प्रवचन करते हुए मथुरा वृंदावन से आए कथावाचक पंडित मदन मोहन शास्त्री ने कहा कि भक्त अपने भगवान की रक्षा के लिए नंगे पांव दौड़े आते हैं लेकिन भक्ति सच्ची होनी चाहिए और भक्त बिना किसी छल प्रपंच के प्रभु की भक्ति करता हो भगवान की सच्ची और श्रद्धा ही हमे प्रभु दर्शन की ओर ले जाती है सच्ची भक्ति से शबरी, अजामिल, गज, गणिका, जैसे पपिया का भगवान ने उद्धार किया क्योंकि उनकी भक्ति सच्ची थी वही मीरा और राधा जो भगवान कृष्ण की प्रेम में दीवानी थी तो सूर दास और तुलसी भगवान के भक्ति के पर्याय हैं वहीं कृष्ण की मुंह बोली बहन द्रौपती की साड़ी दुशासन खींचने लग और सच्चे मन से जैसे ही द्रौपदी ने कृष्ण को याद किया भगवान कृष्ण ने तुरंत द्रौपती की लाज बचाई और दुशासन साड़ी खींचते खींचते हार गया ऐसे ही भगवान के प्रति सच्ची श्रद्धा और भक्ति से हम भगवान के निराकार स्वरूप का दर्शन कर सकते हैं भगवान निराकार होते हुए भी कण-कण में व्याप्त है इसलिए वह साकार और निराकार दोनो गुणों से पूर्ण है इस मौके पर भागवत ज्ञान कथा यज्ञ के आयोजक जनार्दन पांडेय, सुभासपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी दीपक सिंह, डॉ. दिनेश पांडेय, डॉ चंद्रभान पांडेय कर्मराज पांडेय शशांक पांडेय आदि लोग मौजूद रहे।

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