डीएपी वितरण में अव्यवस्था से किसानों में नाराज़गी किसानों ने की मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज

अहरौला। क्षेत्र के हासामतलूबपुर साधन सहकारी समिति पर दूसरी बार 400 बोरी डीएपी (DAP) खाद पहुंचने के बाद किसानों में अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला। लगातार तीसरे दिन तक किसान डीएपी लेने के लिए समिति परिसर में उमड़ते रहे।सोमवार और मंगलवार को भारी भीड़ के बीच कई किसानों ने समिति प्रबंधन पर अनियमितता के आरोप लगाए। किसान बिरजानंद तिवारी ने बताया कि “पहुंच वाले किसानों को कई-कई बोरी डीएपी दी जा रही है, जबकि छोटे किसानों को दो-दो दिन से दौड़ाया जा रहा है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि समिति पर डीएपी की कीमत ₹1380 प्रति बोरी वसूली जा रही है।इसी तरह, बाकरकोल गांव के किसान उमेश सिंह ने बताया कि “मैं समिति का सदस्य हूं और मेरे परिवार के तीन सदस्य भी मेंबर हैं, फिर भी मुझे दो दिनों से खाद नहीं दी जा रही है। वहीं कुछ लोगों को मनमानी मात्रा में डीएपी दी जा रही है।” उन्होंने इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज कराई है।
इस संबंध में एडीओ कोऑपरेटिव विजय बहादुर सिंह यादव ने बताया कि “डीएपी की कीमत सरकार द्वारा निर्धारित की गई है, और उसी निर्धारित मूल्य पर बिक्री की जानी है। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की जांच की जाएगी।”