खेतों में जली पराली तो देना होगा जुर्माना, सेटेलाइट से हो रही है खेतों की निगरानी

अहरौला।धान की कटाई के साथ-साथ ही विभागीय अधिकारियों के द्वारा किसानों को जागरूक करने के लिए सक्रियता बढ़ा दी गई है, किसानों को पराली ना जलाने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
रविवार को अहरौला विकासखंड के एडीओं कृषि शैलेंद्र कुमार द्विवेदी ने किसानों से अपील करते हुए कहा है कि किसान भाई पराली को ना जलाएं बल्कि उसका खाद बनाकर लाभ कमाए, किसानों को जागरुक करते हुए उन्होंने कहा कि खेतों की निगरानी सेटेलाइट से की जा रही है अगर आप फसल अवशेष जलाएंगे तो संबंधित किसान को नोटिस जारी करते हुए जुर्माना भी वसूला जा रहा है,
इस जागरूकता कार्यक्रम में ग्राम प्रधानों की भी सक्रिय भूमिका है समस्त ग्राम प्रधानों भी अभियान मे अपने-अपने गांव के किसानों को फसल अवशेष ना जलाने के लिए प्रेरित करें और उनको जागरूक करें। फसल अवशेष जलने से पर्यावरण प्रदूषण होता है तथा खेत में मौजूद केंचुए मर जाते हैं, जमीन में लाभदायक जीवाणु की क्रियाशीलता काम हो जाती है, तथा साथ ही साथ फसलों के पैदावार में भी कमी आती है।दो एकड़ से कम भूमि तक ₹2500 जुर्माना 2 से 5 एकड़ भूमि तक ₹5000 जुर्माना तथा 5 एकड़ से अधिक भूमि पर 15000 रुपए तक का जुर्माना वसूला जा रहा है इसलिए किसान भाइयों से निवेदन है की फसल अवशेष प्रबंधन अपनाएं तथा अपने खेत और पर्यावरण को नुकसान होने से बचाए।