उद्यमशीलता तथा डिजिटल जागरूकता महिला सशक्तीकरण के लिए अपरिहार्य
उद्यमशीलता तथा डिजिटल जागरूकता महिला सशक्तीकरण के लिए अपरिहार्य

अहरौला। गुरुवार को राजकीय महिला महाविद्यालय समदी में बृहस्पतिवार को महिला सशक्तीकरण के तहत मिशन शक्ति के पाँचवें चरण के महिला सुरक्षा, साइबर अपराध रोकथाम, उद्यमशीलता एवं सशक्तीकरण विषय पर बौद्धिक परिचर्चा का आयोजन प्राचार्य प्रो. महेन्द्र प्रकाश की अध्यक्षता में हुआ। कार्यक्रम मे क्षेत्राधिकारी सदर आजमगढ आस्था जायसवाल, क्षेत्राधिकार बुढनपुर अजय प्रताप सिंह बतौर मुख्य वक्ता और विशिष्ट अतिथ के रुप मे शामिल हुए। क्षेत्राधिकारी सदर आस्था जायसवाल ने छात्राओं को बताया कि महिला सशक्तीकरण विकसित भारत की नींव है। आधी आबादी को सभी क्षेत्रों में स्वावलम्बी बनना होगा जो देश को विकास की गति और दिशा देगा। समाज में महिलायें आज भी पुरुष से पीछे हैं, जिसका मूल कारण है उनमें जागरूकता का अभाव, अवसरों की कमीं व उनके प्रति लैंगिक भेदभाव की मनोवृत्ति। आज समाज डिजिटल हो रहा है जिसका असर महिलाओं पर भी पड़ रहा है। साइबर सुरक्षा की जानकारी प्रत्येक महिला, छात्रा को होनी चाहिए। एआई का दुरुपयोग बढ़ा है जिसकी शिकार महिलायें अधिक हो रही हैं। महिलायें तकनीकी जानकारी के प्रयोग में आज भी पुरुष से पीछे हैं, जिससे डिजिटल डिवाइड को बल मिला है, जो असामनता को दिखता है। विशिष्ट वक्ता ने कहा कि साइबर ठगी की शिकार महिलायें ज्यादा हो रही हैं जिसे ध्यान रखने की जरूरत है। प्राचार्य ने अपने सम्बोधन में में कहा कि उद्यमशीलता, कौशल व रोजगार महिला को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पर्याप्त कारक हैं। जिसके लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। महिला श्रम व आर्थिक भागीदारी में वृद्धि अच्छे संकेत हैं लेकिन अभी भी जीडीपी में महिलाओं का योगदान बीस फीसदी से भी कम है। मिशन शक्ति प्रभारी असिस्टेंट प्रोफेसर कंचन यादव ने महिला सुरक्षा, सम्मान, स्वावलंबन, स्वास्थ्य को महिला के सशक्त होने का माध्यम बताया। उन्होंने इंगित किया कि यदि महिला सजग होगी तो उसके अधिकार में बढ़ोत्तरी ही होगी। छात्रा वैष्णवी राय ने मिशन शक्ति की रूपरेखा प्रस्तुत की। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन डा. प्राणनाथ सिंह यादव ने दिया। इस अवसर पर सड़क सुरक्षा शपथ भी दिलायी गयी। कार्यक्रम में पुलिस विभाग के उप निरीक्षक विश्राम गुप्ता, रमेश सिंह, महिला आरक्षी संध्या सिंह चौहान, पूनम वर्मा, असिस्टेंट प्रोफेसर डा. राकेश कुमार यादव, डा. प्रज्ञानन्द, डा. जमालुद्दीन अहमद, डा. अनिल कुमार तिवारी, डा. दिलीप वर्मा, वरिष्ठ कार्यालय सहायक अदिति सिंह, आशा देवी व भरी संख्या में छात्राओं की उपस्थिति रही।



