E-Paperhttps://thegramtoday.in/wp-content/uploads/2024/01/jjujuu.gif

दुष्टों के विनाश को भगवान श्री कृष्णा कंस के कारागार में जन्म लिए

अहरौला। क्षेत्र के सुल्तानीपुर गांव में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के पांचवें दिन भागवत कथा कहते हुए मथुरा से आए पंडित मदन मोहन शास्त्री कृष्णजन्म और कृष्ण के बाल लीलाओं का सुंदर वर्णन किया शास्त्री ने कहा कि कंस का अत्याचार इस कदर बढ़ने लगा कि अपने प्रजा के साथ-साथ ऋषि मुनियों पर भी अत्याचार करने लगा यहां तक की सिंहासन से अपने पिता उग्रसेन को उतार कर बंदी गृह में डालकर स्वयं राज सिंहासन पर विराजमान हो गया उसका अत्याचार यही नहीं रुक उसने अपनी वहन देवकी की शादी राजा वासुदेव से कर दी लेकिन एक आकाशवाणी से वह देवकी और वासुदेव का शत्रु बन गया और दोनों को हथकड़ी वेडिंया डालकर अपने ही बंदी गृह में कैद कर दिया उसके बाद भी अत्याचारी कंस देवकी की क्रमशः 7 नवजात संतानों को मौत के घाट उतार दिया आठवीं संतान के रूप में भगवान श्री कृष्ण ने जन्म लिया और महामाया के प्रभाव से वासुदेव की हथकड़ी बेटियां भी खुल गई कारागार के दरवाजे खुल गए पहरेदार भी सो गए और वासुदेव नवजात शिशु भगवान कृष्ण को लेकर यमुना पार गोकुल में नंद और यशोदा के घर छोड़कर वहां से नवजात कन्या को लेकर फिर बंदी गृह में पहुंच जाते है वही कन्या जो विंध्याचल में अष्टभुजा देवी के रूप में स्थापित हुई और कंस के हाथ से आकाश में उड़कर कहां की तुम्हें मरने वाला पैदा हो चुका है जिससे कंस ने गोकुल में जन्मे तमाम नवजात शिशुओं का वध करवा दिया और उसके पाप का घड़ा पूरी तरह से भर गया गोकुल में बाल श्री कृष्णा की बाल लीलाएं और गोपियों के सॉन्ग रस जैसी लीलाएं भी प्रमुख रही जहां कंस के द्वारा भेजे गए कई मायावी अक्षरों को भगवान कृष्ण ने यमलोक पहुंचा और अंत में इन्हीं बाल लीलाओं के क्रम में मथुरा पहुंचकर कृष्ण ने कंस का वध कर मथुरा और गोकुल के प्राजजनों के साथ ऋषि मुनियों कारागार में बंद ऋषि मुनियों और अपने नाना उग्रसेन और माता-पिता वासुदेव और देवकी को भी मुक्त कराया। वही महाभारत के 18 दिन के युद्ध के पूर्व अर्जुन को गीता का उपदेश दिया और विराट रूप को दिखाकर बताया कि देवों में वर्षों मे देवों में अग्नि वरुण एवं कुबेर पूरे चांद कल सब कुछ मैं ही हूं सारी सृष्टि मुझे जन्म पाती है और फिर मुझे में अंत में विलीन हो जाती है। इस मौके पर यज्ञ के आयोजन में जर्नादन पांडे, कार्मराज पांडेय, चंद्रभान पांडेय, दिनेश पांडेय, शशांक पाण्डेय,राहुल मिश्रा, ऋषभ पांडेय, आदि लोग मौजूद रहे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!