अखिल भारत स्वरोजगार मिशन की पहल आत्मनिर्भर भारत की ओर एक वित्तीय क्रांति

नई दिल्ली।
भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अखिल भारत स्वरोजगार मिशन एक ऐतिहासिक कदम साबित हो रहा है। संस्था द्वारा संचालित इस मिशन का उद्देश्य अगले पाँच वर्षों में देशभर में 1 करोड़ स्वरोज़गार अवसर सृजित करना है, जिससे हर घर में सम्मानजनक और स्थायी आय सुनिश्चित हो सके।
आज की दुनिया में पारंपरिक नौकरियों की संख्या सीमित है, लेकिन भारत के युवाओं की क्षमता असीमित है। इस मिशन के माध्यम से युवा केवल नौकरी पाने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले उद्यमी बनें, यही मिशन की खास विशेषता है।
अखिल भारत स्वरोजगार मिशन केवल शहरी युवाओं तक सीमित नहीं है। ग्रामीण भारत में भी स्वरोज़गार के अवसर बढ़ाए जा रहे हैं। डिजिटल इकोसिस्टम और लोकल मार्केट इंटीग्रेशन के ज़रिए गाँव-शहर के लोगों को बिजनेस-रेडी बनाया जा रहा है। यही वोकल फार वोकल की भावना है, जहाँ स्थानीय कारीगरों, छोटे व्यापारियों और स्टार्टअप फाउंडर्स को टेक्नोलॉजी और मार्केटिंग सपोर्ट दिया जा रहा है। रविंद्र द्विवेदी जी के नेतृत्व में संगठन ने सांस्कृतिक संरक्षण और आर्थिक सशक्तिकरण को साथ लेकर चलने का संकल्प लिया है। मिशन का उद्देश्य केवल आर्थिक विकास नहीं, बल्कि सामाजिक उत्थान और समुदाय विकास भी है।




