
दीवार पर रंगोली सजी है,
बहन के मन में उमंग सजी है।
चमक रहा भाई का माथा,
बहन ने लगाया है तिलक साथा।
हाथ पकड़ कर बैठी बहना,
दे रही है मिठाई का टुकड़ा।
भाई ने दिया उपहार प्यारा,
खुशियों से भर गया संसार सारा।
यमुना तट की याद दिलाता,
प्यार का यह पर्व लाता।
भाई-बहन का प्यार अमर रहे,
यही शुभकामना हर दिन करे।
डॉ सुरेश जांगडा
राजकीय महाविद्यालय सांपला, रोहतक (हरियाणा)



