
हे भारतीय नौसेना के वीरो!!
तुम्हारी सदा जय हो महावीरो!!
हृदय में अपने हिंद की रक्षा का प्रण लेकर,
आंखों में अपनी शिव के रूद्र रूप की ज्वाला लेकर,
आतंक के विरुद्ध युद्ध करते हो तुम
करते हो तुम भारतीय समुद्र सीमा की रक्षा
करते हो तुम हिंद महासागर की सुरक्षा
तुम छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र हो
तुम केसरिया माटी के सिंह हो
हिंद धरा ध्वज रक्षक हो तुम
हे, महावीरो तुम्हारे ही तों,
शौर्य साहस और बलिदान से,
ये, भारत का अम्बर आजाद है!!
ये, भारत की माटी चंदन सी महकती है!!
ये,सारा हिंदुस्तान खुशहाल है!!
बांग्लादेश की आजादी
तुम्हारे हीं शौर्य से लिखी गई एक गाथा थी
लिखी थी कारगिल युद्ध की दास्तान
हे महावीरो तुमने अपने लहू से,
आतंक को पराजित किया था!!
हे हिंद के वीर जवानों
हिंद की हवाओं में,
तुम्हारे शौर्य की ज्योति हमेशा अमर रहेगी
रहेगा हिंद के हृदय में,
तुम्हारी वीरता का एहसास जीवित
तुम्हारी वीरता
हिंद के नवजीवन को हमेशा प्रेरित करेगी
आकाश शर्मा आज़ाद
आगरा उप्र




