
कारवां चौथ का व्रत
करवा चौथ की पारिवारिक एवं
सांस्कृतिक महत्व है
करवा चौथ का व्रत करती पत्नी
पति की लंबी उम्र के लिए भूखी
रहती पत्नी ।
पावन क्रिया विधि पूर्ण करती पत्नी
सूर्योदय से पहले उठकर सरगी
खाती पत्नी
अन्न ,जल का त्याग कर व्रत पूरा
करती पत्नी ।
सिर्फ सगार फल खाकर ही व्रत की
विदित विधि का निर्वाह करती पत्नी
खुद को सुहागन प्रतीत करती पत्नी
धार्मिक विधि द्वारा मंदिर जाती पूजा
पाठ करती पत्नी।
सुंदर वस्त्र धारण करती पत्नी सोलह
श्रृंगार करती पत्नी
चांद निकलने पर चांद देखकर छलनी
से पति के दर्शन करके आरती करती
पति की पत्नी।
तब जाकर जल ग्रहण कर पति द्वारा
प्रसादी खाती पत्नी।
और प्रार्थना करती खुशहाल जीवन
दाम्पत्य जीवन की ।
दान पुण्य करती पत्नी ।
प्रेम पखुड़ी प्रेम को जीती पत्नी।
डॉ संजीदा खानम शाहीन



