
मेरा कान्हा काला काला
राधा गोरी गोरी बाला,
रास रचे निधि वन,
सारी गोपी संग हैं!
रचे ऐसा ताना बाना,
सब संग नाचे कान्हा,
सभी खोये सुध बुध,
हुई मति भंग हैं !
रास नहीं महा रास,
राधे कान्हा पास पास,
प्रेम वर्षा चहुँ और,
भीगे सभी अंग हैं !
प्रेमा भक्ति देखो यहाँ,
कोई नहीं रिक्त जहाँ,
सभी लाल लाल हुए,
ऐसा प्रेम रंग हैं !
नंदिनी लहेजा



