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नाम जप की महिमा विज्ञान की दृष्टि में।

(डॉ राकेश पाण्डेय- इंदौर।)

नाम जप को केवल आध्यात्मिक दृष्टि से नहीं, बल्कि वैज्ञानिक रूप में भी अत्यंत प्रभावशाली अभ्यास माना गया है। आधुनिक विज्ञान, न्यूरोसाइंस और सायकोलॉजी तीनों स्तरों पर इसके लाभों की पुष्टि कर चुके हैं χ1. मस्तिष्क पर प्रभाववैज्ञानिक शोध बताते हैं कि नाम जप या मंत्रोच्चारण के समय मस्तिष्क की थीटा और अल्फा वेव्स सक्रिय होती हैं, जो मन को शांति और एकाग्रता प्रदान करती हैं MRI एवं EEG अध्ययनों ने दिखाया है कि नियमित जाप से मेंटल क्लैरिटी, फोकस और इमोशनल बैलेंस बढ़ता है।गायत्री मंत्र पर हुए प्रयोगों में पाया गया कि इसके उच्चारण से मस्तिष्क के दोनों गोलार्धों में रासायनिक संतुलन बनता है, जिससे विचारों में समरसता आती है 2. ध्वनि तरंगों का विज्ञानमंत्र जप वास्तव में ध्वनि-विज्ञान (acoustic science) का अनुप्रयोग है। हर अक्षर विशेष तरंग और आवृत्ति उत्पन्न करता है। उच्चारण के समय शरीर की नाड़ियों और कोशिकाओं में सूक्ष्म कंपन (vibrations) उत्पन्न होते हैं, जो जैव-विद्युत प्रवाह बढ़ाते हैं .जैसे ‘ॐ’ का उच्चारण 432 Hz के आस-पास की प्राकृतिक आवृत्ति से मेल खाता है, जिससे नर्वस सिस्टम रिलैक्स होता है इन तरंगों का प्रभाव हमारे चक्रों (energy centers) पर पड़ता है, जिससे शरीर में ऊर्जा प्रवाह सुधरता है.3. मानसिक और भावनात्मक लाभनियमित नाम जप से डोपामिन और सेरोटोनिन जैसे ‘हैप्पी हार्मोन्स’ का स्तर बढ़ता है, जो तनाव और चिंता को घटाता है .यह मस्तिष्क के “डिफ़ॉल्ट मोड नेटवर्क” की गतिविधि को कम करता है, जिससे अत्यधिक सोच व बेचैनी में कमी आती है अवसाद, अनिद्रा और घबराहट से ग्रस्त लोगों में यह एक प्राकृतिक मेडिटेशन थेरेपी की तरह कार्य करता है।4. जीवन और व्यवहार पर प्रभावनिरंतर नाम जप से व्यक्ति अधिक सकारात्मक ऊर्जा, आत्मविश्वास और करुणा महसूस करता है.अनुसंधान बताते हैं कि ऐसी साधना से निर्णय क्षमता, स्मरण शक्ति और एकाग्रता में सुधार होता है।दीर्घकालिक रूप से इससे मनुष्य का व्यवहार शांत व संतुलित बनता है, जो आध्यात्मिक विकास की दिशा में पहला कदम है।

विज्ञान की दृष्टि से नाम जप मस्तिष्कीय तरंगों, नाड़ियों, हार्मोन्स और चेतना—चारों स्तरों पर प्रभाव डालता है। यह केवल धार्मिक कर्मकांड नहीं बल्कि न्यूरो-वैज्ञानिक रूप से सिद्ध मन-शरीर की साधना है, जो साधक को मानसिक शांति, एकाग्रता और स्थायी सुख प्रदान करती ह।.

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