मध्य प्रदेश
40 साल से सतत्,बाल दिवस पर बच्चों के साथ होते हैं डॉ रामशंकर चंचल

झाबुआ नि प्र ख्यात साहित्य साधक डॉ रामशंकर चंचल ने बाल दिवस की पूर्व संध्या पर बिलिडोज माध्यमिक विद्यालय में इस बार अपनी उपस्थिति दी और बच्चों को अपनी अद्भुत सार्थक कृतियों को भेंट कर उन्हें गीत सुनाए और मन मोह लिया डॉ चंचल ने बच्चों को अपनी कृतियों से परिचय करवाया और उसका महत्व भी बताया, बड़ी गंभीरता से बच्चों ने उसे समझा और अच्छा महसूस किया।

डॉ चंचल ने कहां कि साहित्य जिंदा रहे और बाल साहित्य हाशिए पर है इस बात कि चिंता ने मुझे यह कर्म करने के लिए सतत् सक्रिय रखा
ईश्वर कृपा है कि मैं विगत चालिस साल से सतत् शहर और ग्रामीण स्कूलों में दस्तक दे सुखद अहसास करता हूं

अंत में संस्था के प्रधान पाठक श्री कीर्तिश त्रिवेदी ने उनका आभार व्यक्त करते हुएं हर्ष प्रगट किया कि उन्होंने उनकी शाला को ई अनुपम उपहार के लिए चयन किया



