साहित्य

आज काम अच्छा

कनक

आज काम अच्छा कर के देखा जाए
ख़ास नाम सच्चा कर के देखा जाए।।

उल्फ़त मुहब्बत इश्क़ में तड़फाना भी
आगे बादा कर के देखा जाए।।

उस को अपना माना पर मरहम देता
ख़ुद से भी वादा कर के देखा जाए।।

अपने दिल से सपना कोई देखे बिन
अक्ल से शक्ल पा कर के देखा जाए।।

लालच बुरी बला है यारों देखो तुम
बाहों में भर भर कर के देखा जाए।।

कनक

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