साहित्य

बाल दिवस

डॉ अरूणा

नन्हे-मुन्ने फूल सभी,
देश का हैं ये भविष्य सबसे।
इनकी हंसी में खुशियाँ बसती,
इनकी आँखों में दुनिया बसती।

खेल-कूद में मन लगाओ,
हँसो, गाओ, आगे बढ़ते जाओ।
सपनों को पंख लगाकर,
उड़ो नभ में, सबको अपनाओ।

नेहरू जी का प्यारा दिन है,
प्यारे बच्चों का है त्योहार।
पढ़ो-लिखो, मुस्कुराओ तुम,
बन जाओ कल के सितारे।

मासूमियत, हँसी, उजियारा—
सब तुमसे ही मिलता प्यारा।
खुश रहो तुम, बढ़ते रहो,
जीवन हो तुम सबका तारा।

डॉ अरूणा
राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जसौर खेडी, झज्जर (हरियाणा)

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