डॉ अर्जुन गुप्ता गुंजन राष्ट्र विभूति सम्मान-2025 से सम्मानित किए गए

योगेश शिक्षा, कला, संस्कृति एवं पर्यावरण उत्थान ट्रस्ट, हरिद्वार व फॉनिक्स यूनिवर्सिटी, रुड़की (हरिद्वार) के संयुक्त तत्वावधान में रुड़की (हरिद्वार) में 02 नवम्बर 2025 को प्रथम राष्ट्र विभूति सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जिसमें उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से वरिष्ठ साहित्यकार, संपादक तथा वागीश्वरी काव्य निर्झरिणी के संस्थापक अध्यक्ष डॉ अर्जुन गुप्ता गुंजन को राष्ट्र विभूति सम्मान-2025 से सम्मानित किया गया।

इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर पर महान विभूतियों साहित्यकारों, शिक्षकों, कला प्रेमियों, पर्यावरणविद्, प्रधानाचार्यों, शिक्षण संस्थानों तथा समाज सेवियों को राष्ट्र विभूति सम्मान से सम्मानित किया गया। इन्हें सुदीर्घ साहित्यिक सामाजिक सेवाओं, अनुकरणीय उपलब्धियों तथा राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा हासिल करने के लिए राष्ट्र विभूति सम्मान-2025 से सम्मानित किया गया।
वागीश्वरी काव्य निर्झरिणी, प्रयागराज, उ.प्र., के संस्थापक अध्यक्ष तथा छंदगुरु डॉ अर्जुन गुप्ता ‘गुंजन’ हिन्दी साहित्य के मूर्धन्य कवि, निबंधकार, गीतकार, कथाकार, समीक्षक तथा समालोचक हैं। आप “संचेतना के स्वर” (त्रैमासिक साहित्यिक ई-पत्रिका) के संपादक हैं। आपकी प्रकाशित पुस्तकें हैं – नवोन्मेष, सुरमयी साँझ, नीले गगन के तले, गीत गाया पत्थरों नें (प्रकाशनाधीन)। आकाशवाणी इलाहाबाद में काव्य कौमुदि कार्यक्रम तथा टी.वी. चैनेल “टेन न्यूज़ लाइव” (गीताश्री) में आपने उत्कृष्ट प्रस्तुति दिया है। आपको अनेक साहित्यिक मंचीय तथा विश्वविद्यालय स्तरीय सम्मान प्राप्त हैं।
डॉ॰ अर्जुन गुप्ता ‘गुंजन’
प्रयागराज, उत्तर प्रदेश



