डॉ रामशंकर चंचल का,अद्भुत चित्र बनाया महान चित्रकार, रौनक पाराशर जी ने

झाबुआ नि प्र ख्यात साहित्य साधक डॉ रामशंकर चंचल का अद्भुत सजीव जीवंत चित्र , देश के महान युवा चित्रकार रौनक पाराशर जी ने और बना कर भेंट करते हुएं गर्व महसूस किया
सचमुच बेहद गर्व होता हैं कि आज सम्पूर्ण विश्व पटल पर दस्तक देता हुआ छाया झाबुआ मध्य प्रदेश का अद्भुत गौरव बढ़ाए डॉ रामशंकर चंचल जी जिन्होंने ने सैकड़ों कृतियों के साथ इतिहास रचा है उनके लाखों चाहने वालों द्वारा अथाह प्रेम प्यार और आशीष सदा ही बना रहता है आज देश के महान युवा चित्रकार रौनक पाराशर जी द्वारा उनका अद्भुत बेहद सुखद जीवंत सजीव चित्र बना कर भेज गर्व महसूस किया , स्मरण रहे पूर्व भी देश के विश्व के अनेक ही चर्चित चित्रकारों द्वारा डॉ रामशंकर चंचल के अद्भुत बेहद सुखद चित्र बना कर भेंट कर गर्व महसूस किया है
धन्य धरा झाबुआ मध्य प्रदेश की जहां जन्म लिया सहज सरल व्यतित्व छवि लिए सादगी के धनी साहित्य साधक डॉ रामशंकर चंचल जी जो आज न केवल साहित्य गजत में चर्चा बने हुए हैं बल्कि कला के सभी क्षेत्र में चर्चित हो आज सम्पूर्ण देश विश्व में उनके सैकड़ों कला साधक संगीत साधक फ़िल्म साधक आदि आदि सैकड़ों चाहने वाले हैं जो सचमुच वंदनीय हैं
डॉ चंचल जी कहते है कि, क्यों नसीब हो रहा यह अद्भुत सुखद स्नेह प्यार और आशीष मैं कुछ नहीं जानता हूं सब कुछ ईश्वर जाने, मेरा कर्म है सतत् लेखन करना और कुछ अच्छा जो कुछ ईश्वर ने दिया देश और समाज को दे सुकून महसूस करना है, प्रणाम करता हूं तमाम मानव मात्र पशु पक्षी सभी प्राणी को सत् सत् प्रणाम करता हूं जिनके भीतर विराजमान ईश्वर को प्रणाम करते हुए, झाबुआ की पावन भूमि को सादर प्रणाम करता हूं


