धर्मवीर भारतीय सम्मान पर डॉ चंचल ने कहां, प्रणाम करता हूं झाबुआ देव भूमि को यह सुख सुकून दिया

झाबुआ मध्य प्रदेश के आदिवासी पिछड़े अंचल के महान साहित्य साधक डॉ रामशंकर चंचल को उनकी अद्भुत अमेज़न कृति अनन्या की डायरी पर इंकलाब पब्लिकेशन बम्बई की चयन समिति द्वारा दिया गया, बेहद महत्वपूर्ण सम्मान, धर्मवीर भारतीय सम्मान
इस अद्भुत ईश्वरीय उपहार का अहसास करते हुएं डॉ रामशंकर चंचल ने कहां कि मुझे भी नहीं पता था कि जिंदगी में यह भी नसीब होगा

सचमुच बेहद गर्व है झाबुआ आदिवासी पिछड़े अंचल की पावन भूमि जहां मेरे जन्म हुआ यहां के देवत्व इंसान आदिवासी जन से बहुत कुछ सीख जीवन सार्थक कर गया यह अद्भुत सत्य है मेरे जीवन का
स्व प्रेमचंद, रेणु , हरिवंश राय बच्चन, रवींद्र नाथ टैगोर जैसे सैकड़ों सम्मान से नवाजे गए डॉ रामशंकर चंचल एक सहज सरल व्यतित्व छवि लिए सादगी लिए मानवनीय इंसान हैं जो सचमुच आज सम्पूर्ण विश्व पटल पर दस्तक देती हुई झाबुआ जिले को विश्व धरा पर विराजमान कर सुख सुकून महसूस करते हैं और ईश्वर को धन्यवाद देते हैं कि ईश्वर सदा ही उनके साथ बना हुआ उन्हें सही दिशा ज्ञान और मार्ग दर्शन देता हुआ बना रहे और आज भी सदा महसूस करता हूं उनका दिया है जो कुछ जीवन में मिला है
इस अद्भुत सम्मान उपलब्धि पर डॉ रामशंकर चंचल को झाबुआ सहित प्रदेश देश विश्व से सैकड़ों बधाई और शुभकामनाएं दी जा रही हैं और भविष्य में भी अनेक अपेक्षा है कि हिंदी भाषा को उनकी कृतियों से नवाजा जाय और देश और झाबुआ गर्व महसूस करें

