
मौसम सर्दी का
होता है बहुत कमाल मौसम सर्दी का।
सब ओढ़ के बैठे शॉल मौसम सर्दी का।
धूप भी है नरम छाया है कोहरा चारों ओर
सब कुछ है धुंधला दिखता नहीं कोई ओर छोर
सोया सोया है यह भोर मौसम सर्दी का
लगती है मुझको ठंड मौसम सर्दी का
सब ओढ़ के बैठे शॉल मौसम सर्दी का।
ऐसे में कितनी भली लगती चाय अदरक वाली
धूप की लेते हम सेंक ओढ़े कंबल काली
बहुत भली लगे हैं धूप, मौसम सर्दी का

गुनगुनी कितनी यह धूप, मौसम सर्दी का
सब ओढ़ के बैठे शॉल मौसम सर्दी का।
खाओ मूंगफली, छिल के मटर के दाने
यह सर्दी का मौसम लगी है मुझको भाने
सुबह शाम की सैर वाह,,, मौसम सर्दी का
दिन रात तापना आग मौसम सर्दी का
सब ओढ़ के बैठे शॉल मौसम सर्दी का
होता है बहुत कमाल मौसम सर्दी का।
स्वरचित
डॉ. अनीता निधि जमशेदपुर, झारखंड




