
नफरत नहीं मुझे तुमसे
नफ़रत नहीं है तुमसे, बस यूँ समझो
दिल में कोई कमी सी रह गई है
तुम दूर हो, पर यादों में बसे हो
कैसे कह दूँ, तुमसे दूर हूँ मैं
न जाने क्यों, ये दिल तड़पता है
तुम्हारे बिना, जीने की चाह नहीं
तुमसे ही तो है, मेरी ज़िंदगी की खुशी
तुम्हारे बिना, सब कुछ अधूरा है
नफ़रत नहीं है तुमसे, बस यूँ समझो
दिल में कोई कमी सी रह गई है
तुम्हारे बिना, रातें लंबी हो गई हैं
दिन भी अब, अंधेरे से भरे हैं
तुमसे ही तो है, मेरी ज़िंदगी की खुशी
तुम्हारे बिना, सब कुछ अधूरा है
बीना पाटनी पिथौरागढ़ उत्तराखंड



