
योगेश्वर श्रीकृष्ण की वाणी,
कुरुक्षेत्र रणभूमि-उपदेश।
श्री गीता जी शब्द रुप में,
प्रभु का मानव को संदेश।
भगवत प्राप्ति का उपाय,
श्रीकृष्ण ने इसमें बतलाया।
सांख्य योग और कर्मयोग का
मार्ग सभी को दिखलाया।।
सांख्य योग है कठिन मार्ग,
नहीं सहज यह अपनाना।
प्रभु का चिंतन,करो निरंतर,
कर्मयोग मत बिसराना।।
जीवन को जीने का तरीका,
श्री गीता जी हैं बतलाती।
प्रभु प्राप्ति का और मुक्ति का,
पथ,सबको ही यह दिखलाती।
श्री गीता जयंती पुण्य पर्व,
जय जय गीता,जय योगेश्वर।
यह मोक्षदा एकादशी का दिन,
चरणों में कोटि नमन ईश्वर।।
* डॉ.अनिल शर्मा ‘अनिल’



