
पटना।23 नवंबर 2025 को दानापुर, नासरीगंज स्थित शशिकमल पुस्तकालय एवं संग्रहालय के प्रथम वार्षिकोत्सव का सफल आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता पटना विश्वविद्यालय एवं नालन्दा खुला विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर रास बिहारी प्रसाद सिंह ने की। मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए प्रो. सिंह ने समाज में पढ़ने की आदत (रिडिंग हैबिट) विकसित करने में पुस्तकालय के महत्व एवं भूमिका की सराहना की। समारोह में हिंदी और भोजपुरी के चर्चित साहित्यकार सर्वश्री भगवती प्रसाद द्विवेदी, अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पत्रिका के मुख्य संपादक महामाया प्रसाद ‘विनोद’, पटना आकाशवाणी के पूर्व कार्यकारी निदेशक डॉ. किशोर सिन्हा,
पटना चिकित्सा महाविद्यालय के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार सिंह, ख्यातिप्राप्त गजलकार और कहानीकार श्रीमति रुबी भूषण, टाटा मोटर्स के पूर्व इंजीनियर सिद्धनाथ प्रसाद सिंह और नेतरहाटिन बिहार सरकार के सेवानिवृत्त इंजीनियर मिथिलेश कुमार ने शिरकत की। समारोह का शुभारंभ दीप – प्रज्वलन और वाणी – वंदना से हुआ। सरस्वती – स्तवन श्रीमति आराधना प्रसाद ने की।
समारोह में मुख्य अतिथि के हाथों “स्मारिका – 2025” और ‘शशिकमल’ पुस्तकालय एवं संग्रहालय के संस्थापक डॉ. शशि भूषण सिंह की दसवीं पुस्तक “बात जो दिल को छू गई” का लोकार्पण हुआ। इस अवसर पर दो नवोदित कवयित्रियों श्रीमति प्रीति कुमारी की पुस्तक “मेरे हिस्से की दीवार” और डॉ. बैजन्ती कुमारी के काव्य – संग्रह “अनुभूति” का भी लोकार्पण हुआ।
कार्यक्रम में एक विराट कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया। इसमें पटना के नामचीन कवियों और कवयित्रियों ने अपनी
कविता, गीत, गजल, मुक्तछंद की रचना का पाठ किया। इसमें डाॅ. रत्ननेश्वर सिंह, डाॅ. रामरक्षा मिश्र ‘विमल’, सिद्धेश्वर, प्रो. सुनील कुमार उपाध्याय, प्रो. रमेश पाठक, रामयतन यादव, कमल किशोर वर्मा ‘कमल’, हरेंद्र सिन्हा, पाण्डेय अजय कुमार सिन्हा, मधुरेश नारायण, ब्रह्मानंद पाण्डेय, सुनील कुमार, डॉ. रमाकान्त पाण्डेय, अरुण कुमार श्रीवास्तव, रमेश श्रीवास्तव एवं सुमन कुमार ने कविता-पाठ किया। कवयित्रियों में श्रीमती आराधना प्रसाद, रुबी भूषण, प्रियंका श्रीवास्तव ‘शुभ’, सुजाता मिश्रा, सरिता कुमारी, प्रीति कुमारी एवं डॉ. बैजन्ती कुमारी ने अपनी मधुर गीतों से शमा बाँध दिया। समारोह का मंच संचालन युवा और चर्चित गीतकार ब्रह्मानंद पाण्डेय ने किया। कार्यक्रम में इलाके के गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत की।
समारोह का समापन डॉ. शशि भूषण सिंह के धन्यवाद – ज्ञापन से हुआ। उन्होंने अध्यक्ष महोदय और अन्य कवियों एवं कवयित्रियों का उनकी उपस्थिति और कविता – पाठ के लिए भूरी – भूरी प्रशंसा और तहेदिल से शुक्रिया अदा की।




