साहित्य

सनातन काव्य संग्रह

सुनील कुमार "खुराना"

हिंदू राष्ट्र हो यह प्यारा भारत मेरा।
लगाएं सब जग में पताका का तेरा।।

अखण्ड हो मेरा प्यारा भारत देश।
भारत ही देता करूणा का सन्देश।।

यह सनातन धर्म जगत में पुराना।
बन्दे धर्म यह धरा का जाना माना।।

सनातन में होती सत् की बात बन्दें।
सनातन से जग करेगा तुझको वन्दे।।

सनातन की अलख जगाओ घर-घर।
संदेश पहुंचाओ तुम सबके दर-दर।।

सर्वे भवन्तु सुखिन: सनातन का सार।
जानते इसका सार सब नर और नार।।

अनेकता में एकता होती इसकी बात।
राग द्वेष छोड़ मिलकर मिलाओ हाथ।।

सनातन में सबके मंगल की बात होती।
फिर क्यों सारे भारत की जनता सोती।।

सुनील कुमार “खुराना”
नकुड़ सहारनपुर
उत्तर प्रदेश भारत

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