उदयपुर की बाल साहित्यकार पाखी जैन को कल्प भेंटवार्ता पत्रम से सम्मानित किया गया

कुरुक्षेत्र। प्रभु श्री राधा गोपीनाथ जी महाराज की कृपा से संचालित कल्पकथा साहित्य संस्था परिवार की संवाद प्रभारी ज्योति राघव सिंह ने बताया कि उदयपुर राजस्थान की बहुमुखी प्रतिभा की धनी बिटिया पाखी जैन कल्प भेंटवार्ता कार्यक्रम में पहली बाल साहित्यकार के रूप में जुडी।
यूट्यूब चैनल पर सीधे प्रसारण के इस कार्यक्रम के माध्यम से कल्पकथा परिवार द्वारा नवंबर २०२५ माह में आयोजित किए जा रहे बाल प्रतिभा सम्मान एवं प्रोत्साहन श्रृंखला का विधिवत शुभारंभ हुआ।
दीदी राधा श्री शर्मा के कुशल मंच संचालन और चार चरणों के विशेष कार्यक्रम में कक्षा आठवीं की विद्यार्थी पाखी जैन ने बताया कि वह साहित्यिक गतिविधियों में सक्रिय होने के साथ – साथ चित्रकला, अभिनय, कराटे विधा में पारंगत होने के साथ ही ग्रीन बेल्ट धारी हैं साथ ही उन्हें अनेकों राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
अपने पिता श्री मंगल कुमार जैन जी को प्रेरणा स्त्रोत बताने वाली १५० से अधिक काव्य रचनाएँ सृजित कर चुकी पाखी ने सीधे प्रसारण के आयोजन में व्यक्तिगत जीवन, साहित्यिक अभिरुचियों, दर्शक दीर्घा के प्रश्न, वस्तुनिष्ठ प्रश्न, आदि का सजगता से उत्तर देते हुए समाजसेवा, और पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी को उत्तरदाई होने के सभी से आग्रह किया।
कार्यक्रम के अंत में पाखी को कल्पकथा परिवार की ओर से भेंटवार्ता पत्रम सम्मान से सम्मानित किया गया। साथ ही उनकी मेधा के सम्मान विशेष काव्य रचना सृजित एवं प्रस्तुत की गई। समूचा कल्पकथा परिवार कुमारी पाखी जैन जी को स्वर्णिम सफलता एवं सुखद भविष्य हेतु बधाई देता है।




