पद्मनाभ साहित्य परिषद का पंचम वार्षिक राष्ट्रीय अधिवेशन, कवि सम्मेलन सह सम्मान समारोह धूमधाम से संपन्न
डॉ प्रतिभा पाराशर की प्रसिद्ध पुस्तक "शराब की तासीर "का लोकार्पण. प्रसिद्ध युवा अन्तर्राष्ट्रीय कवि डॉ प्रीतम कुमार झा ने किया कुशल मंच संचालन.

हाजीपुर के बेटी विद्यायन के प्रसिद्ध राष्ट्र कवि दिनकर सभागार में पद्मनाभ साहित्य परिषद के पंचम वार्षिक राष्ट्रीय अधिवेशन में सोनपुर के नौलखा मंदिर के स्वामी लक्ष्मणाचार्य के द्वारा दीप जलाकर और मन्त्रोंचार के बीच उद्घाटन किया गया.
इस अवसर पर अध्यक्षता डॉ विद्या चौधरी ने की. अपनी शानदार प्रस्तुति द्वारा महफिल लूटने वाले कवि, कवयित्रीयों में डॉ पुष्पा गुप्ता, डॉ सुधा सिन्हा, डॉ सुषमा कुमारी, आशा रघुदेव, डॉ जंग बहादुर पांडे, रांची विश्वविद्यालय, डॉ देवेंद्र प्रसाद सिंह, राष्ट्रीय महासचिव नंदन मिश्र, ओम प्रकाश साह, रविंद्र कुमार रतन, धनंजय कुमार बबलू, अंकित कुमार, डॉ अर्चना त्रिपाठी, प्रीति कुमारी, दैनिक भास्कर के पत्रकार गोविन्द वल्लभ, प्रसिद्ध गायिका वर्षा कुमारी झा महुआ, ज़फिर आलम, नागेंद्र राय,दरभंगा से रितु प्रज्ञा, अन्तर्राष्ट्रीय कवि विनोद कुमार हँसौड़ा, प्रोफेसर दिनेश कुमार सिंह, मणि भूषण प्रसाद सिंह अकेला, वरिष्ठ कवि डॉ शिव बालक राय प्रभाकर, निभा राजपूत, राजकीय पुरस्कार प्राप्त कवि सह शिक्षक अनिल कुमार,डॉ नागेंद्र कुमार शर्मा साहित भारी संख्या में श्रोतागण उपस्थित रहे. कार्यक्रम का सफल और कुशल संचालन युवा अन्तर्राष्ट्रीय कवि डॉ प्रीतम कुमार झा ने किया. भगवान श्रीराम जी पर जब उनके द्वारा गीत गाया गया तो खड़े होकर सभी झूमने लगे. अंत में सभी को शाल, पुस्तक और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया. सच में यह कार्यक्रम एक खूबसूरत यादें छोड़ गया और साहित्य के प्रति समर्पण को बढ़ा गया.




