साहित्य

छठ गीत – ए छठी मइया

विद्या शंकर विद्यार्थी

बहे जनी अंखिया में लोरवा, सांझे नू अउरी भोरवा नू हो,
ए छठी मइया कहऽतानी इहे कर जोरवा, सांझे नू सांझे नू अउरी भोरवा नू हो ,,,।

घटिया प जरे जइसे दियवा, हुलसे तइसे हियवा नू हो, ए छठी मइया कहऽतानी इहे कर जोरवा ,,,,,।

तोहरे भरोसे घटिया अगोरींला, सपना संगोरी नू हो, ए छठी मइया कहऽतानी इहे कर जोरवा ,,,,।

जिनिगी में एके नू पियास बाटे, बरत उपवास बा नू हो, ए छठी मइया इहे कहऽतानी इहे कर जोरवा,,,,।

विद्या शंकर विद्यार्थी रामगढ़, झारखंड

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!