साहित्य

तुलसी शालिग्राम विवाह

डा राजेश तिवारी मक्खन

हो रहो शालिग्राम विवाह , तुलसी महारानी हैं हमारी ।
तुलसी महारानी हैं हमारी , श्रीजी ठाकुर की ठकुरानी ।।

कार्तिक शुक्ल एकादशी आई ।
सुर गण दें रहें आय बधाई ।।
वृंदावन की शोभा भारी ।।
……………………………..1

तुलसी बिन हरि भोग न जैवे ।
ऐसो ही संत शास्त्र सब कैवे ।।
राखों छप्पन भोग सम्हारी ।।
…………………………….2

सेवत स्वास्थ्य सुधर सब जैहै ।
ना डर यम दूतों को रैहै ।।
महिमा सब संत रहें उच्चारी ।।
…………………………….3

अब सब मंगल कारज होने ।
रवि जै उत्तरायण के कोने ।।
मक्खन मन मोहन बलिहारी।।
……………………………..4

डा राजेश तिवारी मक्खन
झांसी उ प्र

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!