साहित्य

बिहारी जलेबी

आत्मविश्वास से भरी जलेबी ,
बोल रही थी इस जल थल में,,,,,,,

नियमों को न हम तोड़ेंगे ,,,,
हम अपनी हिम्मत न छोड़ेंगे ,,,,,,,,,,,

आज फिर से जलेबी मुस्कुराई ,,,,,,,
वास्तविक सच से श्रेष्ठ मिठाई कहलाई

कई लोगों ने जोर लगाया,
जलेबू को न टिकने देंगे

चोर चोर के शोर से ही
इसको नहीं अब बिकने देंगे

पर जलेबी सत्ता पर भारी
गठबंधन की तोड़ी सब पारी

फिर से जलेबी का दौरा आ गया
भगवा रंग से ही कमल खिला गया …

जय जय कार कर रहे झूठों की टोली
जलेबी के आगे फीकी, रह गई हर बोली

जलेबी को भी सौभाग्य मिला ,
मीठा होकर ,सत्य का आभार मिला

@आशी प्रतिभा ✍️

हार्दिक शुभेच्छा
नमो नमो

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