साहित्य सोम संगम पटल पर बह निकली साहित्यिक गंगा

साहित्य सोम संगम पटल की उत्तर प्रदेश राज्य इकाई के पटल पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया,जिसकी अध्यक्षता गोरखपुर से पधारे वरिष्ठ साहित्यकार एवं प्रबुद्ध कलमकार नन्दलाल मणि त्रिपाठी द्वारा अध्यक्षता की गयी। कार्यक्रम का प्रारम्भ रामपुर से उपस्थित पूनम दीक्षित के द्वारा माँ वाणी की वन्दना से किया गया। कार्यक्रम का आगाज लखनऊ निवासी सुनीता मिश्रा के कुशल संचालन से किया गया।

पटल पर उपस्थित मूर्धन्य कलमकारों के द्वारा एक से बढ़कर एक रचनाओं, मुक्तकों, गीतों,
दोहों एवं ग़ज़लों से बहुत ही ओजपूर्ण काव्य पाठ किया गया। पटल पर उपस्थित कलमकारों में वाराणसी से दिनेश दत्त पाठक, डा० रामनिवास तिवारी, डा० खालिद हुसैन सिद्दीक़ी लखनऊ, प्रो० शरद नारायण खरे मंडला, संध्या श्रीवास्तव छतरपुर, उमाकान्त भारद्वाज भिन्ड, सुल्तानपुर से रमेशचन्द्र नंदवंशी, महाराष्ट्र से अनिता श्रीवास्तव, रायबरेली से जनकवि सुखराम शर्मा, उत्तराखंड से पुष्पा जोशी प्राकाम्य, नन्दलाल मणि त्रिपाठी गोरखपुर,चन्दौसी से मुकेश कुमार दीक्षित, दिनेश दिलकश, विकास कुमार मिश्रा एडवोकेट, नोबेल श्रीवास जांजगीर चांपा, अनुराग उपाध्याय मुरैना, अयोध्या से दिव्यांजलि वर्मा, रायबरेली से बृजराज वर्मा, अम्बेडकरनगर से फूलचन्द्र विश्वकर्मा, रजपुरा से कुमार अवधेश विद्यार्थी, पश्चिम बंगाल से अंजलि किशोर कृति, खटीमा उधमसिंह नगर से शान्ति राणा शांति, उन्नाव से अमलेश शर्मा अमल,बागपत से श्रीपाल शर्मा, मुम्बई से मनोज उर ई कल्याण एवं सम्भल से अतुल कुमार शर्मा आदि सभी के द्वारा बहुत ही सुन्दर काव्य पाठ किया गया। उपरोक्त सभी सम्मानित कलमकारों का पटल संस्थापक सोमेश तिवारी सोम ने हृदय से आभार व्यक्त किया एवं सभी के उज्ज्वल भविष्य की मधुर कामना की। कार्यक्रम अध्यक्ष नन्दलाल मणि त्रिपाठी पीतांबर के द्वारा बहुत ही ज्ञानवर्धक एवं पटल को अनन्त ऊॅचाइयो को ले जाने हेतु भावनात्मक शब्दों से परिभाषित किया।
प्रदेश अध्यक्ष अतुल कुमार शर्मा ने उनकी सम्पूर्ण कार्यकारिणी को कार्यक्रम के कुशल आयोजन एवं सफलता हेतु ढेर सारी शुभकामनाएं की। केन्द्रीय पटल अध्यक्ष मनोज उर ई कल्याण मुम्बई ने अपने कुशल नेतृत्व में कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग दिया। संस्थापक सोमेश तिवारी सोम ने,कार्यक्रम के दोनों संचालकों को दुनिया में बहुत ही आयाम प्राप्त करने और साहित्य की मशाल सदैव दैदीप्यमान करने का आशीर्वाद दिया।




