साहित्य

मर्यादा पुरुषोत्तम से बनें यही प्रभु श्रीराम जी की सदशिक्षा है

एस के कपूर "श्री हंस

*******
मर्यादा पुरुषोत्तम से बनें यही श्रीराम की शिक्षा है।
सद्भाव सद्गुण हो जीवन में यही श्रीराम की सददीक्षा है।।
******
मात पिता का सम्मान,नारी का आदर उनकी सीख है।
वचनअनुपालन सुनिश्चित हो यही बनाई उनकी लीक है।।
हम प्रभु श्रीराम के बताए राह चलें यही उनकी सुभिक्षा है।
मर्यादा पुरुषोत्तम से बनें यही श्रीराम की शिक्षा है।।
******
राजा,रंक सभी से समान उत्तम व्यवहार श्रीराम दृष्टि है।
वसुधैव कुटुंबकम् सा व्यवहार मांगती हमारी सृष्टि है।।
मानव वृक्ष पशु सभी प्राणवान यही श्रीराम की सुदीक्षा है।
मर्यादा पुरुषोत्तम से बनें यही श्रीराम की शिक्षा है।।
*******
भ्राता प्रेम शत्रु सम्मान क्षमा गुण प्रभु श्रीराम सिखाते हैं।
रामराज्य सबको मिले न्याय प्रभु श्री राम कर दिखाते हैं।।
अपने सुख लिए किसी को दुःख देना हमारी अशिक्षा है।
मर्यादा पुरुषोत्तम से बनें यही श्रीराम की शिक्षा है।।
*******
रचयिता।।एस के कपूर “श्री हंस
बरेली।।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!