साहित्य
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गीता जयंती पर योगेश्वर श्री कृष्ण का अर्जुन और हम सभी को उपदेश
(मैं) मैं हूं नभ में, इस धरा जल में मैं। मैं हूं सूर्य में, मैं हूं चंद्र अन्य नक्षत्रों में…
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गीता का सार
पृथक हो चुकी हूं मैं जीवन के सारे दुख सुख से, हे माधव जब से सुना है गीता का ज्ञान…
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अकेला
कमाले भले लाख संपत्ति पैसा, नहीं साथ जाता वहाँ एक धेला । लगा लो भले मोह रिश्तों से प्राणी, जहाँ…
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कमरे तक सीमित, प्रतिदिन अनेककिरदार निभाते . साहित्य दुनिया में छाया .अद्भुत नाम डॉ रामशंकर चंचल
यह है एक ऐसे इंसान. जो सालों से प्रतिदिन घर आंगन की झाड़ू लगता. घर.परिवार के अनेक किरदार को पूरी…
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पुस्तक समीक्षा : वरेण्य
दिल पर दस्तक देती कहानियाॅं हिंदी साहित्य के पाठकों के लिए कथाकार नन्दलाल मणि त्रिपाठी एक सुपरिचित नाम है। वे…
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आराधिका साहित्यिक मंच की 54 वीं काव्य गोष्ठी संपन्न
आराधिका साहित्यिक मंच (पंजी.) के तत्वावधान में 30 नवंबर’ 2025 को 54 वीं भव्य आभासी काव्य गोष्ठी का आयोजन किया…
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श्री गीता जयंती
योगेश्वर श्रीकृष्ण की वाणी, कुरुक्षेत्र रणभूमि-उपदेश। श्री गीता जी शब्द रुप में, प्रभु का मानव को संदेश। भगवत प्राप्ति का…
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गीता जयंती पर विशेष
डा राजेश तिवारी मक्खन मेरी शरण में आजा तुझको बुला रहा हूं । सुन ले तू गौर से यह गीता…
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गीत के माध्यम से अर्जुन और कॄष्ण संवाद
अर्जुन पक्ष 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩 सामने है खड़े बंधु बांधव मेरे, माधवा कह रहे हो लड़ाई करो। कुछ गुरु हैं मेरे कुछ…
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रेत सी फिसलती है उम्र
रेत सी फिसलती है उम्र कभी हाथ न आ पाई कब सुबह हुई कब शाम ढली कुछ समझ न आई…
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